पटना, 14 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चुनावी राज्य जम्मू-कश्मीर के डोडा में रैली की। इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टी कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधा। पीएम के इस रैली पर जदयू नेता राजीव रंजन आईएएनएस से बात करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डोडा रैली पर जनता दल (यूनाइटेड) के नेता राजीव रंजन ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में होने वाले चुनाव को वहां पर एक बड़े उत्सव के रूप में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री की यात्रा लोकतंत्र को मजबूत और सबल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।”
उन्होंने कहा, “कश्मीर के हालात तेजी से बदल रहे हैं। पर्यटन के क्षेत्र में कश्मीर अपना खोया अतीत फिर से दोहराने का मन बना लिया है। वहां पर रोजगार और बड़ी परियोजनाएं आ रही हैं। वहां के नौजवानों के अंदर उत्साह देखने को मिल रहा है।”
बता दें कि केंद्रशासित प्रदेश में 18 सितंबर को पहले चरण के तहत 24 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इसी सिलसिले में पीएम मोदी ने यहां डोडा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए परिवारवाद, आतंकवाद, पत्थरबाजी, कश्मीरी पंडित और अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दे उठाए और कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर में होने वाला इस बार का चुनाव तीन खानदानों और जम्मू-कश्मीर के नौजवानों के बीच है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक खानदान कांग्रेस का है, दूसरा नेशनल कॉन्फ्रेंस का और तीसरा पीडीपी का। जम्मू-कश्मीर में इन तीन खानदानों ने मिलकर जनता के साथ जो किया है वह “किसी पाप से कम नहीं है”। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता आतंकवाद में पिसती रही और परिवारवाद वाले मौज काटते रहे। लेकिन, पिछले 10 साल में यहां जो बदलाव आया है, वह किसी सपने से कम नहीं है। आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। जम्मू-कश्मीर में होने वाला यह चुनाव यहां की किस्मत तय करेगा।
जम्मू-कश्मीर की पुरानी हालातों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आप याद कीजिए वह समय, जब दिन ढलते ही यहां अघोषित कर्फ्यू लग जाता था। हालत ऐसे थे कि तब कांग्रेस की केंद्र सरकार के गृह मंत्री तक लाल चौक जाने से डरते थे। जो पत्थर पहले पुलिस और फौज पर फेंकने के लिए उठते थे, उन पत्थरों से आज नया जम्मू-कश्मीर बन रहा है। “
उन्होंने कहा, “भाजपा का संकल्प और आपका साथ ही शांत, सुरक्षित और समृद्ध जम्मू-कश्मीर बनाएगा। इसलिए आपको 18 सितंबर को भाजपा के सभी उम्मीदवारों को भारी बहुमत से जिताकर विधानसभा भेजना है।”
–आईएएनएस
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