लाल टोपी उनके लिए उपयोगी हो सकता है जिनके सिर पर बाल नहीं हैं : अखिलेश यादव

कन्नौज(यूपी), 30 अगस्त (आईएएनएस)। सपा प्रमुख अखिलेश यादव शुक्रवार को कन्नौज के गौरियापुर गांव पहुंचे। उन्होंने पूर्व विधायक कल्याण सिंह दोहरे की मां के निधन पर उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा।

इस दौरान उन्होंने हरियाणा में पीडीए फॉर्मूले पर चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि पार्टी तय करेगी कि कहां चुनाव लड़ना है। भविष्य में पार्टी पूरे देश में अपना परचम लहराए, इसके लिए समाजवादी कार्यकर्ता बहुत मेहनत कर रहे हैं।

लाल टोपी पहनने वालों के काले कारनामे उजागर होने संबंधी सीएम योगी के बयान पर उन्होंने कहा, ”कभी-कभी लोग तिलमिला जाते हैं और कुछ भी बोलते रहते हैं। कभी-कभी जब लोग आहत होते हैं तो और भी ज्यादा बोल जाते हैं। लाल रंग को समझना होगा। यह लाल रंग क्रांति का है। यह लाल रंग हमारी भावनाओं का है। यह लाल रंग मेल-मिलाप का है। जब हमारे यहां कोई पारिवारिक समारोह होता है तो लाल रंग सबसे ज्यादा दिखता है। जब हम खुश होते हैं तो हमारे चेहरे लाल हो जाते हैं और जब हम दुखी होते हैं तो भी हमारे चेहरे लाल हो जाते हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि हमारे सिर पर तो बाल हैं। यह टोपी उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है जिनके सिर पर बाल नहीं हैं। हमारे देवी-देवताओं के सभी कार्यक्रम लाल रंग के होते हैं। इसलिए उन्हें हर जगह लाल ही दिखाई दे रहा है।

अखिलेश ने कहा कि आज अस्पतालों की क्या हालत है? समाजवादी सरकार के समय जो अस्पताल बने थे, आज भाजपा सरकार उन अस्पतालों को भी नहीं चला पा रही है। स्कूल में व्यवस्था ठप्प हो गई है। बच्चों को पहले जो फल मिलते थे, वो नहीं मिल रहे हैं। स्कूल में जो स्वादिष्ट खाना मिलता था, वो भी नहीं मिल रहा है। भाजपा पढ़ाई का कोई इंतजाम नहीं कर पा रही है। उन्हें बढ़ती महंगाई याद नहीं आ रही है। उन्हें सिर्फ लाल रंग याद आ रहा है।

बता दें कि सीएम योगी ने गुरुवार को कानपुर में एक जनसभा में सपा पर निशाना साधते हुए कहा था, ”उनकी टोपी लाल है, लेकिन उनके कारनामे काले हैं और उनका इतिहास काले कारनामों से भरा पड़ा है।”

अखिलेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘जनता की संसद का प्रश्नकाल। प्रश्न – लाल और काला रंग देखकर गुस्सा आने के क्या कारण हो सकते हैं? दो-दो अंक में अंकित करें।’

-आईएएनएस

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