लालच और भय का माहौल बना कर कांग्रेस ने जीता हिमाचल उपचुनाव : भाजपा

शिमला, 13 जुलाई (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव की मतगणना पूरी हो गई है। कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि भाजपा को एक सीट से संतोष करना पड़ा है।

हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर देहरा सीट जीत गई हैं, जबकि हरदीप सिंह बावा ने नालागढ़ सीट जीती है। वहीं, भाजपा उम्मीदवार आशीष शर्मा ने हमीरपुर सीट पर जीत दर्ज की है।

कांग्रेस उम्मीदवार और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने शनिवार को देहरा विधानसभा सीट जीतने के बाद रोड शो किया। कांग्रेस ने पहली बार यह सीट जीती है, जिसमें ठाकुर ने भाजपा के होशियार सिंह को 9,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया।

चुनावी नतीजों को लेकर भाजपा की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया सामने आयी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार पिछले डेढ़ वर्ष से चल रही है। उपचुनाव को लेकर सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी थी। करोड़ों रुपये और सरकारी मशीनरी लगाई गई। सत्ता-शासन का दुरुपयोग किया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 7 दिन हमीरपुर के गली-मोहल्लों में लगाए, परन्तु वो चुनाव हार गए। यह उपचुनाव लोभ, लालच और भय के आधार पर कांग्रेस ने जीता है।

उन्होंने आगे कहा कि तीन उपचुनावों में भाजपा ने हमीरपुर सीट जीती और मुख्यमंत्री के जिले की सीट भाजपा ने जीती है। मुख्यमंत्री ने करोडों रुपये इस उपचुनाव पर लगाए, पूरी सरकार को चुनाव अभियान में लगाया, उम्मीदवार पर निराधार मुकदमे दर्ज कराए। भाजपा को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए डर, भय और आतंक का माहौल प्रदेश में खड़ा किया गया लेकिन भाजपा कार्यकर्ता मैदान में डटे रहे।

नालागढ़ के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने करोड़ों रुपये व्यय किए। हर मोहल्ले में दारु के अड्डे और नशे के अड्डे खोल दिए। लोगों को बन्दूक की नोक पर धमकाया गया। इसी प्रकार से देहरा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार के पीछे बड़ी मात्रा में पुलिस बल लगा कर रखा गया। करोड़ों रुपये की दारू और धन का व्यय किया गया, हर चुने हुए प्रतिनिधि को डराया और धमकाया गया। हिमाचल की जनता यह सब जानती है कि भ्रष्टाचार के पैसे का कहां इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके कई प्रमाण हमारे पास हैं। उपचुनाव में हिमाचल सरकार चुनाव लड़ रही थी ना कि कांग्रेस पार्टी।

–आईएएनएस

एकेएस/एसकेपी