प्रॉपटेक फर्म स्क्वायर यार्ड्स ने बीते तीन वित्त वर्षों में दर्ज किया 737 करोड़ रुपये का घाटा

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। देश में कुछ नए जमाने की टेक कंपनियों की आय में सालाना आधार पर वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही उनका नुकसान भी लगातार बढ़ रहा है। प्रॉपर्टी टेक फर्म स्क्वायर यार्ड्स इसका एक अच्छा उदाहरण है। कंपनी ने बीते तीन वित्त वर्षों में करीब 737 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है।

आईएएनएस ने स्क्वायर यार्ड्स के बीते तीन वर्षों के फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स को देखा है।

बीते तीनों वर्षों में कंपनी ने प्रति वर्ष 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का घाटा दर्ज किया है।

फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स के मुताबिक, स्क्वायर यार्ड्स को वित्त वर्ष 24 में 216 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 23 में 296 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 22 में 225 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

वहीं, कंपनी की आय वित्त वर्ष 24 में 1,004 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 23 में 663 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 22 में 382 करोड़ रुपये थी।

साल दर साल कंपनी के खर्च में भी बढ़ोतरी हो रही है। कंपनी का खर्च वित्त वर्ष 24 में 1,220 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 23 में 943 और वित्त वर्ष 22 में 619 करोड़ रुपये था।

स्क्वायर यार्ड्स का कर्ज भी सालाना आधार पर बढ़ रहा है। कारपोरेट कार्य मंत्रालय (एमसीए) के पास दाखिल किए गए फाइनेंसियल स्टेटमेंट में कंपनी ने बताया है कि वित्त 23 में कंपनी पर 939 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 22 में 656 करोड़ रुपये का कर्ज था। कंपनी द्वारा एमसीए पर वित्त वर्ष 24 का फाइनेंसियल स्टेटमेंट दाखिल नहीं किया गया है।

कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी की ओर से बीते दो वित्त वर्षों (वित्त वर्ष 24 और वित्त वर्ष 23) से फंड नहीं जुटाया गया है। कंपनी ने आखिरी बार जुलाई 2021 में कर्ज के रूप में करीब 25 मिलियन डॉलर का फंड हांगकांग की इन्वेस्टमेंट मैनेजर फर्म एडीएम कैपिटल से जुटाया गया है।

तनुज शोरी के नेतृत्व वाली स्क्वायर यार्ड्स एक प्रॉपटेक फर्म है। यह रियल एस्टेट प्रॉपर्टी की खोज के साथ होमलोन, इंटीरियर सर्विसेज, प्रॉपर्टी मैनेजमेंट आदि क्षेत्र में कार्य करती है। कंपनी का कारोबार भारत के साथ अन्य देशों में भी फैला हुआ है।

–आईएएनएस

एबीएस/एसकेपी