रांची, 28 अगस्त (आईएएनएस)। झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन की जासूसी के आरोप में झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच के दो सब इंस्पेक्टर को पकड़ा गया। दोनों को मंगलवार की शाम दिल्ली स्थित ताज होटल से पकड़ा गया। चंपई सोरेन ने दोनों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है। इस पूरे मामले पर अब असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा की प्रतिक्रिया सामने आई है।
हिमंता बिस्वा सरमा ने बुधवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग सबको मालूम है कि चंपई सोरेन आज भी झारखंड के मंत्री हैं। उन्होंने भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया है, वह 30 अगस्त को भाजपा का दामन थामेंगे। चंपई सोरेन एक सप्ताह पहले दिल्ली गए थे और वहां उन्होंने तीन दिन बिताए। इसके बाद कोलकाता होते हुए 26 अगस्त को वह एक बार फिर दिल्ली गए। दोनों बार दिल्ली में वह ताज होटल में रुके, उनके साथ उसका अपना सरकारी पीए और पीएस था, सभी ताज होटल में ही रुके थे। लेकिन, मंगलवार को पता चला कि दोनों बार जब वह दिल्ली गए, उनको झारखंड पुलिस स्पेशल ब्रांच ने उन्हें फॉलो किया।
उन्होंने कहा, “एक मंत्री के मूवमेंट को ट्रैक करना बहुत गलत और नेगेटिव परंपरा है। मंगलवार शाम दोनों सब इंस्पेक्टर को उस वक्त पकड़ा गया, जब दोनों फोटो खींच रहे थे। चंपई सोरेन के साथियों ने दोनों को पकड़ा और दिल्ली पुलिस के हवाले किया। इसके बाद चंपई सोरेन ने एफआईआर दर्ज कराई कि दोनों व्यक्ति उनका फोटो भी ले रहे थे और कोलकाता से भी उन्हें फॉलो कर रहे था।”
चंपई सोरेन का कहना है कि ये दोनों व्यक्ति हमारे साथ ही फ्लाइट से दिल्ली आये थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि दोनों ने हमारे होटल के नज़दीक ही कमरा बुक किया था।
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, “ताज होटल से जब दोनों को दिल्ली पुलिस अपने साथ ले गई, तब पता चला कि दोनों झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच के सब इंस्पेक्टर हैं। पहले दोनों खुद को पत्रकार बता रहे थे। दोनों ने दिल्ली पुलिस को बताया कि हम बहुत दिन से हम चंपई सोरेन को ट्रैक कर रहे थे, हमें उन्हें ट्रैक करने की जिम्मेदारी मिली थी। हम झारखंड में भी उनकी हर मूवमेंट पर नजर रख रहे थे। सीएम हिमंता बिस्वा सरमा के अनुसार, दोनों ने दावा किया कि आईजी प्रभात कुमार, जो स्पेशल ब्रांच के एडिशनल डायरेक्टर जनरल हैं, उन्होंने उन्हें यह काम सौंपा था।”
हिमंता बिस्वा सरमा ने आगे कहा, “झारखंड में अभी चंपई सोरेन हेमंत के कैबिनेट में मंत्री भी है। लेकिन, इस तरह से किसी के निजी जीवन में रेकी कराना सही नहीं है। शायद देश में ऐसा मामला पहला होगा जहां पूर्व मुख्यमंत्री सह मंत्री पर नजर रखी जा रही हो। उन्होने कहा कि मुझे शक है कि चंपई सोरेन का फोन भी टैप किया गया होगा।”
–आईएएनएस
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