काठमांडू, 10 सितंबर (आईएएनएस)। नेपाल पुलिस द्वारा मंगलवार को जारी ताजा आंकड़ों से पता चला है कि वित्त वर्ष 2023-24 में नेपाल में 7,223 लोगों ने आत्महत्या की।
देश के प्रमुख समाचार पत्र काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार देश में प्रतिदिन औसतन 20 लोग आत्महत्या कर रहे हैंं। इसमें किसान, छात्र, गृहिणी और बेरोजगार युवा शामिल हैं।
नेपाल में हाल के वर्षों में आत्महत्या से होने वाली मौतों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है।
नेपाल को 2014 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आत्महत्या दर के मामले में विश्व स्तर पर सातवें स्थान पर रखा गया था।
ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि आत्महत्या करने वालों में 40 प्रतिशत से अधिक लोग किसान पृष्ठभूमि से थे। 5,556 किसानों और 2,128 छात्रों ने आत्महत्या की।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी डॉ. आशीष दत्ता ने काठमांडू पोस्ट को बताया, “किसानों, छात्रों, गृहिणियों और बेरोजगार युवाओं में आत्महत्या की दर अन्य समूहों की तुलना में बहुत अधिक है।”
उन्होंने इसके कारणों की पहचान के लिए विस्तृत अध्ययन की जरूरत पर बल दिया।
डब्ल्यूएचओ ने 2020 में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण का हवाला देते हुए बताया कि नेपाल में करीब 80 फीसद लोगों को मानसिक स्वास्थ्य सेवा की जरूरत है, लेकिन उन्हें यह नहीं मिल पाती।
नेपाल पुलिस से मिले आंकड़ों के मुताबिक, 2015 से 2020 के बीच देश में आत्महत्याओं में औसत वार्षिक वृद्धि 7.2 फीसद थी, जो 2021 में बढ़कर 14 फीसद हो गई।
डब्ल्यूएचओ ने कहा, “नेपाल में बड़ी आबादी के लिए मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं और संसाधनों के अभाव को देखते हुए, नेपाल में डब्ल्यूएचओ कार्यालय ने कार्यक्रम प्रबंधकों, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों और नागरिक समाज संगठनों के परामर्श से दो रणनीतिक सिफारिशों के साथ एक अवधारणा पत्र तैयार किया है।”
इसमें कहा गया है, “पहली योजना, संकटकालीन सहायता प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन सेवा को क्रियान्वित करने की अल्पकालिक योजना है। इसके बाद, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य अस्पताल में आत्महत्या रोकथाम के लिए राष्ट्रीय संसाधन केंद्र की स्थापना करने की दीर्घकालिक रणनीति है।”
सिफारिशों के अनुसार, स्वास्थ्य एवं योजना मंत्रालय (एमओएचपी) ने नेपाल के ललितपुर के लंगनखेल स्थित मानसिक अस्पताल में राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन सेवा स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की है।
मई 2021 में, फोन हेल्पलाइन नंबर चालू हो गया। डब्ल्यूएचओ ने आत्महत्या रोकथाम हॉटलाइन सेवा को चौबीसों घंटे चलाने के लिए तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान की।
–आईएएनएस
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