चुनाव सुधार की दिशा में ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ एक बड़ा कदम : गिरिराज सिंह

नई दिल्ली, 18 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्र की मोदी सरकार ने ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ को मंजूरी दे दी है। अब जल्द ही इस बिल को सदन में पेश किया जाएगा। इसको लेकर कपड़ा मंत्री और बिहार के बेगूसराय से भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

गिरिराज सिंह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी शुरू से ही ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ के पक्ष में हैं। इसको लेकर देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीशों, देश के मूर्धन्य नेताओं, सभी राजनीतिक दलों और चेंबर ऑफ कॉमर्स से चर्चा की गई। अब इसको कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है।

भाजपा नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कैबिनेट के फैसले को लेकर लिखा, “चुनाव सुधारों की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस पहल का उद्देश्य पूरे देश में एक साथ चुनाव कराना है। बार-बार चुनाव होने से चुनाव आचार संहिता के कारण विकास कार्य प्रभाव‍ित होते हैं। इस प्रस्ताव के माध्यम से, प्रशासन को और अधिक सुव्यवस्थित किया जाएगा, इससे प्रमुख विकास परियोजनाओं पर निर्बाध काम हो सकेगा। इस पहल से भारत के विकास की गति में तेजी आएगी और साथ ही एक अधिक कुशल और एकीकृत राजनीतिक प्रक्रिया को बढ़ावा मिलेगा।”

गिरिराज सिंह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को घेरते हुए कहा, “खड़गे की भाषा विध्वंसक होती है। ये वही हैं, जिन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस को 20 सीट और आ जाती, तो पीएम मोदी समेत सबको जेल भेज देते। लेकिन ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ देश के विकास के लिए बेहद जरूरी है। राहुल गांधी और खड़गे बताएं कि 1967 से पहले ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ होता था क‍ि नहीं?”

भाजपा नेता ने कहा कि ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ सबसे अच्छी पॉलिसी है। जो भी राजनीतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं, वो राजनीति कर रहे हैं। आज देश का हर नौजवान ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ चाहता है। जिससे देश का पैसा बचे और भारत आगे बढ़े।

खड़गे को लेकर गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “खड़गे जी, राजनीतिक विद्वेष छोड़कर वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन कीज‍िए। यह देश को आगे ले जाने में बहुत मददगार होगा। कांग्रेस के कार्यकाल में 1951 से 1967 तक वन नेशन वन इलेक्शन हुआ था। उस समय नेहरू जी ने इसकी शुरुआत की थी और उनके निधन के बाद भी यह जारी रहा। खड़गे जी नेहरू जी को गलत साबित करेंगे?”

–आईएएनएस

एससीएच/सीबीटी