ग्रेटर नोएडा की ‘सुपरटेक इको विलेज 2’ में दूषित पानी पीने से सैकड़ों बीमार, स्वास्थ्य विभाग ने लगाया कैंप

ग्रेटर नोएडा, 3 सितंबर (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा की ‘सुपरटेक इको विलेज 2’ सोसाइटी में दूषित पानी पीने और इस्तेमाल करने के चलते करीब 200 से ज्यादा लोग बीमार हो गए हैं। ज्यादा बीमार लोगों को आसपास के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है।

गौतमबुद्ध नगर के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को सोसाइटी के क्लब हाउस में एक कैंप लगाया, जिसमें दूषित पानी पीने के कारण बीमार हुए सभी लोगों की जांच की जा रही है। पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। इसकी रिपोर्ट सीएमओ और जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। जल विभाग को भी पत्र लिखकर पानी की जांच करने के लिए कहा गया है।

सोसाइटी में रहने वाले रेजिडेंट्स का आरोप है कि कुछ दिन पहले पानी की टंकी की सफाई हुई थी, कोई केमिकल डाला गया है, उसके चलते ही लोगों को दिक्कत हुई है। मिली जानकारी के अनुसार करीब 10 बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं। ज्यादातर उल्टी, दस्त की समस्या से परेशान हैं।

सीएमओ के मुताबिक जांच के बाद दोषी पाए गए लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले को लेकर मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम भी मौके पर पहुंची थी। टीम ने पानी की सप्लाई करने वाले पाइप और सभी प्वाइंट की जांच भी की।

इस मामले को लेकर पुलिस ने बताया है कि थाना बिसरख क्षेत्र अंतर्गत ‘इको विलेज 2’ सोसाइटी के एओए द्वारा पानी की टंकी साफ कराई गई थी, सफाई में उपयोग होने वाले मैटेरियल से पानी प्रभावित हो गया। जिसको पीने के कारण कई लोगों की तबीयत खराब हो गई।

मौके पर जाकर जांच की गई। लोग प्राथमिक उपचार के बाद स्वस्थ हैं। दूषित पानी के संबंध में स्वास्थ्य विभाग की टीम को आवश्यक कार्रवाई के लिए सूचित किया गया है।

आरोप है कि सोसायटी में तीन दिन से पानी की अलग-अलग टंकियों की सफाई हुई थी। सफाई के बाद से जो पानी सप्लाई की जा रही है, उसे पीने के बाद से चार टावरों में रह रहे लोग बीमार हुए हैं। लोगों को आशंका है कि टैंक की सफाई के दौरान अंदर गंदगी रह गई है और अब दूषित पानी पीने से वे बीमार पड़ रहे हैं।

निवासियों ने बताया कि सोसायटी के टावर सी-4, सी-5, सी-6 और सी-7 में 20 मंजिला इमारत है। एक टावर में 160 से अधिक फ्लैट हैं। इनमें रहने वाले सैकड़ों लोगों ने पिछले दो-तीन दिन में पेट दर्द, दस्त, उल्टी और बुखार होने की शिकायत की है।

–आईएएनएस

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