ख्वाजा आसिफ के बयान पर बोले गृह मंत्री अमित शाह, ‘कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे और एजेंडा एक हैं’

नई दिल्ली, 19 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आर्टिकल-370 पर ख्वाजा आसिफ के बयान को लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का आर्टिकल-370 और 35(ए) पर कांग्रेस और जेकेएनसी के समर्थन की बात ने एक बार फिर कांग्रेस को एक्सपोज कर दिया है। इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे भी एक हैं और एजेंडा भी।

गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के बयान के बहाने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से राहुल गांधी देशवासियों की भावनाओं को आहत करते हुए हर एक भारत विरोधी ताकतों के साथ खड़े रहे हैं।

दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आर्टिकल-370 को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसे लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस भाजपा के निशाने पर आ गई है। इस वीडियो में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने जियो टीवी को दिए साक्षात्कार में कहा कि आर्टिकल-370 की बहाली पर पाकिस्तान कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ है।

अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का आर्टिकल-370 और 35 (ए) पर कांग्रेस और जेकेएनसी के समर्थन की बात ने एक बार फिर कांग्रेस को एक्सपोज कर दिया है। इस बयान ने पुनः यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे भी एक हैं और एजेंडा भी। पिछले कुछ वर्षों से राहुल गांधी देशवासियों की भावनाओं को आहत करते हुए हर एक भारत विरोधी ताकतों के साथ खड़े रहे हैं।”

उन्होंने आगे लिखा, ”एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने हों, या भारतीय सेना के बारे में आपत्तिजनक बातें करनी हो, राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के सुर हमेशा एक रहे हैं और कांग्रेस का हाथ हमेशा देशविरोधी शक्तियों के साथ रहा है। लेकिन, कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान यह भूल जाते हैं कि केंद्र में मोदी सरकार है, इसलिए कश्मीर में न तो आर्टिकल-370 वापस आने वाला है और न ही आतंकवाद।”

–आईएएनएस

एसके/