‘कोलकाता पुलिस कमिश्नर का पदक लें वापस’, नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने राष्ट्रपति मुर्मू को लिखा पत्र

कोलकाता, 5 सितंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र लिखा, जिसमें आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की एक महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की प्रारंभिक जांच में खामियों के मद्देनजर कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत कुमार गोयल को दिए गए दो वीरता पदक वापस लेने या जब्त करने का अनुरोध किया गया है।

अधिकारी ने कहा, ”मैंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखकर इस संबंध में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।”

अधिकारी के अनुसार, “14 अगस्त की रात को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के दौरान भौतिक साक्ष्यों को नष्ट करने और जानबूझकर निष्क्रियता दिखाने में गोयल की मिलीभगत की बात मीडिया में दर्ज किया गया था।”

अधिकारी ने कहा, “पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य क्षेत्र में चल रहे वित्तीय अनियमितता और अनैतिक कामों के रैकेट को छिपाने के इरादे से, राज्य की सरकार की इच्छाओं को पूरा करने के लिए, आज देश में संभवतः सबसे जघन्य और संवेदनशील अपराध की जांच को बाधित करने का उनका बेशर्म प्रयास उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक और पुलिस पदक जैसे पुरस्कारों को बरकरार रखने के अयोग्य बनाता है।”

अधिकारी के अनुसार, पुलिस आयुक्त की ओर से की गई कार्रवाइयों ने 168 वर्षों में कड़ी मेहनत से बनाई गई कोलकाता पुलिस की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है और पश्चिम बंगाल पुलिस को शर्मसार होना पड़ा है।

उन्होंने कहा, “कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों को बचाने के इरादे से की गई उनकी कोशिश ने पश्चिम बंगाल में पहले से ही खराब कानून व्यवस्था की स्थिति को और खराब कर दिया है। उन्होंने राज्य और राष्ट्र को बहुत शर्मसार किया है और राज्य में गुस्सा भरा है, नागरिक समाज उन्हें पश्चिम बंगाल में सभी गलत चीजों का कारण मानता है।”

बुधवार को बंगाल भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (एसवीपीएनए) से आग्रह किया कि वे आरजी कर मामले में कोलकाता पुलिस के तरीके और व्यवहार को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करें, ताकि यह बताया जा सके कि किसी मामले को किस तरह से और कैसे नहीं देखा जाना चाहिए।

दो बार भाजपा के लोकसभा सांसद रहे ज्योतिर्मय सिंह महतो ने एसवीपीएनए के निदेशक को लिखा, “कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत कुमार गोयल के कार्य न करने में विफलता, साथ ही पारदर्शिता और जवाबदेही के मूल्यों के प्रति उनकी स्पष्ट उपेक्षा ने कोलकाता पुलिस की छवि को काफी धूमिल कर दिया है और जनता के विश्वास को कमजोर कर दिया है।”

महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले की जांच शुरू में विनीत कुमार गोयल के नेतृत्व में कोलकाता पुलिस ने की थी। बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर मामला सीबीआई को सौंप दिया गया।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को डॉक्टर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने आरजी कर में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को भी गिरफ्तार किया है।

–आईएएनएस

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