लखनऊ, 13 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को बताया कि किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में जल्द ही फेफड़ा प्रत्यारोपण की सुविधा मिलेगी। इसके लिए केंद्र सरकार से वार्ता की जा रही है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने केजीएमयू के पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की ओर से सेप्सिस जागरुकता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि अभी प्रदेश में फेफड़ा प्रत्यारोपण नहीं हो रहा है। कोरोना काल में फेफड़ा प्रत्यारोपण के लिए कई मरीजों को दक्षिण भारत भेजा गया था। उत्तर प्रदेश में केजीएमयू में सुविधा शुरू की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार से संपर्क स्थापित किया गया है। वार्ता जारी है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि चिकित्सा विज्ञान में तेजी से बदलाव आ रहे हैं। इसमें देश और उत्तर प्रदेश की भूमिका अहम है। यूपी के प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। इससे रोगियों को उनके घर के पास बेहतर इलाज मिलेगा। वहीं, एमबीबीएस की पढ़ाई होगी। जिससे डॉक्टरों की कमी दूर होगी। हाल ही कई मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई को मान्यता मिली है। मेडिकल कॉलेजों में अव्वल दर्जे की पढ़ाई हो रही है।
बता दें कि सेप्सिस एक जानलेवा मेडिकल इमरजेंसी है, जिसकी वजह से शरीर में जल्दी-जल्दी इन्फेक्शन होने लगता है। इलाज जल्द नहीं मिलने पर टिशू डैमेज, ऑर्गन फेल्योर और मौत तक हो सकती है। यह पीड़ित व्यक्ति के शरीर के कई अलग-अलग क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है। इससे बचाव के लिए बार-बार साबुन और पानी से अपने हाथों को धोते रहें। किसी भी तरह की चोट और अन्य घावों को साफ रखें। घाव या चोट को ठीक होने तक ढककर रखें।
–आईएएनएस
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