कांग्रेस को डुबोने के लिए उसके पाप ही काफी : अनिल विज

अंबाला, 26 अगस्त (आईएएनएस)। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बयानबाजियां जारी हैं। इसी कड़ी में सोमवार को अंबाला में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने दावा किया कि क्षेत्रीय पार्टियां खत्म हो चुकी हैं, इसलिए अब मुकाबला केवल कांग्रेस से है। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस को आसानी से चित कर देंगे। विज ने कहा कि कांग्रेस अपने पापों से ही डूब जाएगी।

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट आ गई है, हरियाणा की भी लिस्ट जल्दी आ जाएगी। वहीं, चुनाव की तिथि आगे बढ़ाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है क‍ि डेट बढ़ सकती है।

देश में हो रहे रेप कांड पर चिंता व्यक्त करते हुए विज ने कहा कि ये देश महिलाओं की बहुत इज्जत करता है। द्वापर युग में चीर हरण हुआ था, तब महाभारत हुआ, त्रेता युग में माता सीता का हरण हुआ, तब लंका दहन हुआ, इसलिए मह‍िलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए सख्त कानून बनाना चाहिए और दोषियों को टांग देना चाहिए, ऐसे लोगों का यही इलाज है। इतिहास गवाह है क‍ि सामाज‍िक बुराइयों को जागरूकता से ही दूर किया गया। दोषियों को सजा भी दो और समाज को जागरूक भी करो।

रोहतक में पैम्‍फलेट बांटने को लेकर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हुई झड़प पर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए व‍िज ने कहा कि कांग्रेस अपना रंग दिखाने लगी है। उन्होंने सवाल क‍िया क‍ि क्या कांग्रेस का गुंडा राज फिर से लाया जायेगा?

नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा जाति गणना पर दिए बयान पर विज ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जाति गणना की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वे ऐसा क्यों चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 1984 में सिख विरोधी दंगों में 3400 सिख शहीद हुए और राहुल गांधी के पिता ने इसका समर्थन किया। कांग्रेस जातियों को लड़ाना चाहती है, लेकिन देश एक है और एक ही रहेगा।

नफरत को मोहब्बत से हराएंगे, जम्मू-कश्मीर को लेकर राहुल गांधी के इस बयान पर विज ने तंज कसते हुए कहा कि मोहब्बत की दुकानदारी करने वाले राहुल गांधी को याद दिलाना पड़ता है कि कांग्रेस ही आर्टिकल 370 लेकर आई थी और अलग झंडा बनवाया था। 370 खत्म होने के बाद कश्मीर में शांति लौट रही है और हत्याओं में 70 फीसद की कमी आई है।

–आईएएनएस

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