मोकी, 16 सितंबर (आईएएनएस)। मेजबान चीन की टीम ने एक बड़ा उलटफेर करते हुए पाकिस्तान को हराकर एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है। चीन ने हुलुनबुइर के ट्रेनिंग बेस में हुए मैच में पाकिस्तान को 2-0 (1-1) शूटआउट में हरा दिया।
यह पहली बार है जब चीन की टीम इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। पाकिस्तान अब कांस्य पदक के लिए खेलेगा। पाकिस्तान का मुकाबला भारत और कोरिया के बीच दूसरे सेमीफाइनल की हारने वाली टीम से होगा। पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में दूसरी सबसे ज़्यादा खिताब जीतने वाली टीम है।
चीन के गोलकीपर कैयू वांग ने शूटआउट में शानदार प्रदर्शन किया, जबकि बेनहाई चेन और चानलियांग लिन ने चीन के लिए गोल किए। मैच की शुरुआत में युआनलिन लू ने चीन को 18वें मिनट में 1-0 की बढ़त दिलाई थी।
कुल मिलाकर, पहला सेमीफाइनल बेहद रोमांचक रहा और चीन ने शुरुआत से ही पाकिस्तान के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को चुनौती दी। चीन ने मैच में जबरदस्त प्रदर्शन किया, गेंद पर कब्जा बनाए रखा और शुरुआती मौकों का फायदा उठाया। इस दौरान मेजबान टीम को घरेलू मैदान पर दर्शकों का भरपूर समर्थन मिल रहा था।
पहले क्वार्टर के गोलरहित रहने के बाद, 18वें मिनट में युआनलिन लू के ड्रैगफ्लिक ने चीन को पेनल्टी कॉर्नर से 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके बाद पाकिस्तान को मौके मिले लेकिन चीन के बेहतरीन डिफेंस के चलते पाकिस्तान गोल नहीं कर पाया।
मैच से पहले, चीन के कोच जिन सियुंग यू ने कहा, “यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण मैच है और हम पूरी तरह तैयार हैं। पहली बार चीन ऐसी बड़ी प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में खेल रहा है और वह भी घरेलू दर्शकों के सामने।”
पाकिस्तान के अहमद नदीम ने 37वें मिनट में गोल किया, लेकिन चीन ने इसके बाद कोई और गोल नहीं होने दिया।
चीन ने पूरे मैच में अनुशासन से खेलते हुए पाकिस्तान के आक्रमण को काबू में रखा। पाकिस्तान ने आखिरी क्वार्टरों में गोल करने की कोशिश की, लेकिन चीन ने उनकी हर कोशिश को नाकाम किया और मैच 1-1 के स्कोर पर समाप्त हुआ, जिसके बाद शूटआउट में चीन ने जीत दर्ज की।
चीन के युआनलिन लू को ‘हीरो ऑफ द मैच’ चुना गया। उन्होंने कहा, “हमने इस मैच के लिए कड़ी मेहनत की थी। हमने रणनीतियों पर चर्चा की और फिर एक टीम के रूप में तैयार हुए। इससे भी मदद मिली कि हमने टूर्नामेंट से पहले पाकिस्तान के खिलाफ कुछ मैच खेले थे और उनमें से कुछ में जीत हासिल की थी, जिससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ा। यह मेरे लिए एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में पहली बार खेलना था और ‘हीरो ऑफ द मैच’ बनना मेरे लिए बहुत खास है।”
–आईएएनएस
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