आरएसएस की 3 दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक 31 अगस्त से 2 सितंबर तक केरल में

नई दिल्ली, 20 अगस्त (आईएएनएस)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक इस वर्ष केरल के पलक्कड़ में होने जा रही है। 31 अगस्त से 2 सितंबर तक होने वाली इस तीन दिवसीय बैठक में भाजपा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और विश्व हिंदू परिषद सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े 32 विभिन्न संगठनों के नेता शामिल होंगे।

आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में भाजपा की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष, राष्ट्रीय संयुक्त संगठन महासचिव शिव प्रकाश और राष्ट्रीय संगठक वी सतीश का शामिल होना लगभग तय हो चुका है।

हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर जेपी नड्डा के शामिल होने को लेकर कोई अंतिम जानकारी अभी सामने नहीं आई है और ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि पार्टी इस बैठक से पहले कार्यकारी अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है जो बतौर पार्टी अध्यक्ष संघ की इस बैठक में शामिल हो सकते हैं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने संघ की इस महत्वपूर्ण बैठक को लेकर बयान जारी कर कहा, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक इस वर्ष केरल के पलक्कड़ में 31 अगस्त एवं 1 तथा 2 सितंबर 2024 को आयोजित हो रही है। तीन दिवसीय यह अखिल भारतीय बैठक सामान्यतः वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है। पिछले वर्ष यह बैठक सितंबर 2023 में पुणे में संपन्न हुई थी। इस अखिल भारतीय समन्वय बैठक में संघ प्रेरित विविध संगठनों में कार्यरत संगठन के प्रमुख पदाधिकारी सहभागी होते हैं। यह सभी संगठन समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के सकारात्मक कार्यों में लोकतांत्रिक पद्धति से सामाजिक परिवर्तन के कार्य में सक्रिय रहते हैं।”

उन्होंने बताया कि इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी छह सह सरकार्यवाह और अन्य प्रमुख पदाधिकारी भाग लेंगे।

इस बैठक में राष्ट्र सेविका समिति, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती, भारतीय मजदूर संघ सहित 32 संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री एवं प्रमुख पदाधिकारी सहभागी होंगे।

बैठक के एजेंडे के बारे में उन्होंने बताया कि, “बैठक में विविध संगठन के कार्यकर्ता अपने कार्य की जानकारी तथा अनुभवों का निवेदन तथा आदान-प्रदान करेंगे। राष्ट्रीय हित के विभिन्न विषयों के संदर्भ में वर्तमान परिदृश्य, हाल में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं तथा सामाजिक परिवर्तन के अन्य आयामों पर योजनाओं के संदर्भ में बैठक में चर्चा होगी। सभी संगठन विविध विषयों पर परस्पर सहयोग तथा समन्वय को और अधिक बढ़ाने हेतु आवश्यक उपायों पर भी चर्चा करेंगे।”

लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही विभिन्न मुद्दों पर आ रहे संघ नेताओं के बयानों के बीच संघ के समन्वय समिति की इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बैठक में भाजपा नेता चुनाव परिणाम को लेकर पार्टी का स्टैंड सामने रख सकते हैं। पार्टी की तरफ से भविष्य के एजेंडे की जानकारी भी बैठक में दी जा सकती है।

–आईएएनएस

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