आतिशी को सीएम बनाना केजरीवाल का एक खेल  :  प्रकाश शेषराघवचार

बेंगलुरु, 17 सितंबर (आईएएनएस)। आतिशी को दिल्ली का सीएम बनाए जाने के फैसले पर कर्नाटक भाजपा के प्रवक्ता प्रकाश शेषराघवचार ने आईएएनएस से बात करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी।

दरअसल, दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है। जिसका विपक्ष के अलावा पार्टी के अंदर भी कई नेता भी अंदरखाने विरोध कर रहे हैं। आप से राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल भी आतिशी को सीएम बनाए जाने के विरोध में हैं।

कर्नाटक भाजपा के प्रवक्ता प्रकाश शेषराघवचार ने आईएएनएस से कहा, “यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस तरीके से आतिशी के परिवार ने अफजल गुरु को फांसी की सजा से बचाने का समर्थन किया था। अब उस परिवार की सदस्य दिल्ली सरकार का बागडोर संभाल रही है।”

उन्होंने आगे कहा, ” जब स्वाति मालीवाल के साथ मुख्यमंत्री आवास में बर्बर हमला हुआ था, तब आतिशी उनके साथ खड़ी नहीं हुई थी। जिस व्यक्ति ने हमला किया और इंजरी दी, वो कई दिनों तक जेल में रहा। इस मामले को कोर्ट ने बहुत ही गंभीरता से लिया था। “

भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा, “यह अरविंद केजरीवाल द्वारा खेला गया एक खेल है। उन्होंने केवल सहानुभूति बटोरने और अपने ऊपर से सभी भ्रष्टाचार के आरोपों को धोने के लिए ऐसा किया है।”

बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से सर्वसम्मति से आतिशी का नाम मुख्यमंत्री के लिए सामने आने के बाद इस पर विपक्षी पार्टियों और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। आतिशी के नाम को लेकर सभी ने ऐतराज जताया है और कहा है कि यह एक गलत फैसला है और दिल्ली वालों के साथ छल किया जा रहा है।

आतिशी को लेकर स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, “दिल्ली के लिए आज बहुत दुखद दिन है। आज दिल्ली की मुख्यमंत्री एक ऐसी महिला को बनाया जा रहा है, जिनके परिवार ने आतंकवादी अफजल गुरु को फांसी से बचाने की लंबी लड़ाई लड़ी। उनके माता-पिता ने आतंकी अफ़ज़ल गुरु को बचाने के लिए माननीय राष्ट्रपति को दया याचिकाएं लिखी। उनके हिसाब से अफजल गुरु निर्दोष था और उसको राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया था। वैसे तो आतिशी सिर्फ़ ‘डमी सीएम’ हैं, फिर भी ये मुद्दा देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। भगवान दिल्ली की रक्षा करें।”

स्वाति मालीवाल के इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इसका समर्थन करते हुए आतिशी के नाम को हटाने की बात की।

–आईएएनएस

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