अमित मालवीय की पोस्ट के बाद, राहुल गांधी की अमेरिकी यात्रा को लेकर राजनीतिक चर्चा जोरों पर, पूछे जा रहे हैं सवाल

नई दिल्ली, 16 सितंबर (आईएएनएस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सोमवार को तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे से स्वदेश लौट आए हैं। राहुल गांधी का यह विदेशी दौरा काफी सुर्खियों में रहा। हालांकि, राहुल गांधी केवल तीन दिन के अमेरिकी दौरे पर गए थे। जिसके बाद सियासी गलियारों के साथ ही आम लोगों के बीच भी यह चर्चा होने लगी है कि आखिर 3 दिन को छोड़कर बाकी के दिनों में उन्होंने अमेरिका में क्या-क्या किया और किन-किन लोगों से मुलाकात की?

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी के अमेरिकी दौरे को लेकर फिर से सवाल उठाए हैं? अमित मालवीय के मुताबिक, राहुल गांधी 6 सितंबर को लंदन में थे और 15 सितंबर तक उन्होंने कुल 10 दिन विदेश में बिताए। लेकिन, सार्वजनिक कार्यक्रमों में केवल पांच घंटे ही हिस्सा लिया।

अमित मालवीय ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”राहुल गांधी अपनी नौवीं विदेश यात्रा के बाद स्वदेश वापस आ गए हैं। वह 6 सितंबर को लंदन के लिए रवाना हुए और 16 सितंबर तक 10 दिन विदेश में बिताए। उन्होंने 9 सितंबर को अपने कार्यक्रमों (टेक्सास विश्वविद्यालय और भारतीय प्रवासियों के साथ मुलाकात, कुल मिलाकर 1.5 घंटे) और फिर 10 सितंबर को (जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय, भारतीय प्रवासियों, एक प्रेस वार्ता और चुनिंदा अमेरिकी सांसदों के साथ बातचीत, कुल मिलाकर 3.5 घंटे) का समय बिताया था।”

उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए लिखा, ”इन पांच घंटों को छोड़कर, कोई नहीं जानता कि भारत के विपक्ष के नेता विदेशी धरती पर क्या कर रहे थे। उदाहरण के लिए, 11 से 15 सितंबर के बीच वह कहां थे? उन्होंने किन-किन लोगों से मुलाकात की? उनका स्वागत किसने किया?”

अमित मालवीय ने आखिर में लिखा, ”ये संदिग्ध, गुप्त विदेश यात्राएं कई सवाल खड़े करती हैं, खासकर तब जब खबरें आ रही हैं कि उन्होंने संभवतः भारत के हितों के प्रतिकूल विदेशी एजेंसियों और ऑपरेटरों से मुलाकात की है।”

इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के अमेरिकी दौरे को लेकर कांग्रेस पार्टी से उनके पूरे कार्यक्रम का खुलासा करने की भी मांग की।

इससे पहले अमित मालवीय ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर अमेरिकी सांसद इल्हान उमर के साथ गठबंधन करने का भी आरोप लगाया था, जिन्हें उन्होंने “भारत विरोधी आवाज़” बताया था। उनकी आलोचना भाजपा द्वारा गांधी के अंतरराष्ट्रीय संबंधों और राजनीतिक गठबंधनों पर सवाल उठाने के चल रहे प्रयासों को और आगे बढ़ाती है, जिसका अर्थ है कि इनका भारत के हितों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

अमित मालवीय की पोस्ट पर के के मित्तल नाम के यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ”उनको बताना चाहिए क्योंकि वो एलओपी के जिम्मेदार पद पर हैं।”

बाला नाम के सोशल मीडिया हैंडल से लिखा गया, ”राहुल गांधी 8-10 सितंबर तक 3 दिवसीय अमेरिकी यात्रा पर गए थे। वे 6 सितंबर को लंदन के लिए रवाना हुए। कैमरे पर उनकी आखिरी उपस्थिति 10 सितंबर को थी। वे आज यानी 16 सितंबर को देश वापस लौटे। राहुल गांधी इतने दिनों तक कहां थे? अपने गुरु सोरोस से मिल रहे थे? कोई नहीं जानता!

योगी बाबा नाम के सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, ”पता नहीं क्या-क्या साजिश करके आया होगा सीआईए वालों के साथ।”

विवेक राय ने लिखा, उन्होंने विदेशों में भारत के खिलाफ नफरत फैलाई है और अब इसे देश के अंदर भी फैलाएंगे

–आईएएनएस

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