अगला लक्ष्य लॉस एंजिल्स 2028 में पेरिस पैरालिंपिक के रिकॉर्ड को तोड़ना है : सुहास यतिराज

नई दिल्ली, 4 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय दल ने 2024 पेरिस पैरालंपिक में अपने अब तक के सबसे ज्यादा पदक जीतने का रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले भारत ने टोक्यो में 19 पदक का रिकॉर्ड बनाया था जो देश के लिए सर्वाधिक था। पेरिस पैरालंपिक में भारत ने अब तक 20 पदक जीत लिए हैं और खेलों में अभी चार दिन बाकी हैं।

अपना दूसरा लगातार रजत पदक केवल प्राप्त करने के बाद, सुहास यतिराज ने आईएएनएस से बात की और कहा कि 2028 में लॉस एंजिल्स में होने वाले अगले पैरालंपिक में इस साल के रिकॉर्ड को तोड़ने का लक्ष्य होगा।

सुहास ने आईएएनएस से कहा, “हमने टोक्यो में 19 पदक जीते थे और इस बार 20 पदक जीत चुके हैं। उम्मीद है कि हम पांच और पदक जीतेंगे। हमारा हमेशा से लक्ष्य रहा है कि हम पिछले रिकॉर्ड को बेहतर करें, जैसे हमने पेरिस में टोक्यो का रिकॉर्ड तोड़ा, वैसे ही लॉस एंजिल्स में पेरिस का रिकॉर्ड तोड़ने का लक्ष्य रहेगा। मुझे उम्मीद है कि पैरालंपिक के प्रति हमारे युवाओं में जागरूकता बढ़ती रहेगी।”

इन 20 पदकों में से भारतीय पैरा-बैडमिंटन टीम ने पांच पदक जीते हैं, जिसमें एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं। टीम सोमवार को भारत वापस आई और राजधानी में एक कार्यक्रम में केंद्रीय युवा मामलों और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया द्वारा उनका स्वागत किया गया।

सुहास के साथ, थुलासिमथि मुरुगेसन ने भी अपनी श्रेणी में रजत पदक जीता और कहा कि भारत लौटने पर उन्हें सेलिब्रिटी जैसा महसूस हो रहा है।

थुलासिमथि ने आईएएनएस से कहा, “बहुत अच्छा लग रहा है और मैं अपने पहले पैरालंपिक में पदक जीतने पर बहुत गर्व महसूस कर रही हूं। यह मेरा सपना था कि मैं इस प्रतियोगिता में हिस्सा लूं और पदक जीतना इसे और भी खास बना देता है। मैंने अपनी गलतियों को नोट किया है और अगली बार स्वर्ण पदक जीतने के लिए उन पर काम करूंगी। घर लौटकर बहुत अच्छा लग रहा है, ऐसा लग रहा है जैसे मैं सेलिब्रिटी बन गई हूं।”

–आईएएनएस

एएस