हरियाणा में निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे रणजीत सिंह चौटाला, जजपा का समर्थन

सिरसा, 11 सितंबर (आईएएनएस)। हरियाणा सरकार के मंत्री रणजीत सिंह चौटाला को पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उनके पोते सूर्य प्रकाश ने दावा किया कि इस बार जीत का मार्जिन पहले से ज्यादा होगा।

चौधरी रणजीत सिंह चौटाला के पोते सूर्य प्रकाश ने बुधवार को आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया कि उनके दादा निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और उनको जननायक जनता पार्टी (जजपा) का पूर्ण समर्थन प्राप्त है।

दरअसल, भाजपा शासित हरियाणा सरकार के मंत्री रणजीत सिंह चौटाला को पार्टी ने टिकट नहीं दिया है। ऐसे में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। दावा किया जा रहा है कि उनको जजपा का समर्थन है। पिछली बार रानियां विधानसभा से उन्होंने करीब 20 हजार मतों के मार्जिन से जीत हासिल की थी। आईएएनएस से बात करते हुए उनके पोते सूर्य प्रकाश ने दावा किया कि इस बार वो करीब 25,000 मतों से जीत दर्ज करेंगे।

सूर्य प्रकाश ने बताया कि मंगलवार को जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय चौटाला, पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने समर्थन देने का ऐलान किया है।

उन्होंने दावा किया है कि जजपा के समर्थन से चौधरी रणजीत सिंह चौटाला रानियां विधानसभा सीट से चौधरी रणजीत सिंह और डबवाली विधानसभा सीट से दिग्विजय सिंह चौटाला जीत हासिल करेंगे।

सूर्य प्रताप ने आगे बताया कि अच्छा हुआ कि भाजपा ने रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह को टिकट नहीं दिया। पिछली बार लोगों के समर्थन की बदौलत 20 हजार वोटों से जीत दर्ज करके वह विधानसभा पहुंचे थे, वहीं इस चुनाव में जीत का अंतर बढ़कर 25 हजार होने वाला है।

जैसे-जैसे हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही हैं, यहां पर सियासी तपिश का पारा भी चढ़ता जा रहा है। एक ओर जहां सत्ताधारी पार्टी भाजपा लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की कवायद में जुटी हुई है। वहीं, दूसरी मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी प्रदेश में वापसी करने की पुरजोर कोशिश कर रही है। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने चुनाव को त्रिकोणीय बना दिया है।

बता दें कि हरियाणा में नई सरकार के गठन के लिए 5 अक्टूबर को प्रदेश की सभी 90 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। वहीं, 8 अक्टूबर को चुनावी नतीजे घोषित किए जाएंगे।

–आईएएनएस

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