रायबरेली पहुंचे राहुल गांधी ने दलित युवक की हत्या के मामले में न्याय का दिया भरोसा

रायबरेली, 20 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी दलित युवक अर्जुन पासी (25) की हत्या को लेकर आम जनमानस में व्याप्त आक्रोश के बीच मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे। यहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए घटना पर रोष व्यक्त किया और प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए।

उन्होंने इस वीभत्स घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की।

राहुल गांधी ने कहा, “यहां मौजूद सभी लोग इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। क्यों? क्योंकि एक दलित युवा को जान से मार दिया गया। यही नहीं, इस निंदनीय घटना के बाद इसके पूरे परिवार को धमकाया गया, लेकिन विडंबना देखिए अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस अधीक्षक मास्टरमाइंड के खिलाफ कोई कार्रवाई ना कर महज छोटे-छोटे लोगों को पकड़ रहे हैं, इसलिए लोगों में आक्रोश है। मैं चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में हर वर्ग के लोगों की इज्जत हो और सभी को न्याय मिले, इसलिए मैं यहां आया हूं।”

उन्होंने आगे कहा, “जब तक इस परिवार को इंसाफ नहीं मिलेगा, तब तक मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं। मैंने परिवार में मृतक की माता जी से बात की है। उन्होंने कहा कि उनका छोटा बेटा बाल काटता था। छह-सात बार कुछ युवा उसके पास आए और उन्होंने उससे बाल कटवाए, लेकिन पैसे नहीं दिए। आखिर में जब उन्होंने पैसे नहीं दिए, तो लड़के ने कहा कि देखिए आप मेरे पैसे दे दीजिए। इसके बाद, उसके भाई की हत्या कर दी गई। आप देख सकते हैं कि परिवार और समाज के खिलाफ अन्याय हुआ है।”

वहीं, इस निंदनीय घटना में संलिप्त आरोपियों को फांसी दिए जाने के संबंध में राहुल गांधी ने कहा, “फांसी देना या ना देना कानून पर है। यह मेरा काम नहीं है, लेकिन कानून लागू करवाना, दबाव डालना, मेरा काम है। मैं यहां पीछे नहीं हटूंगा। यह दलित परिवार है। मैं न्याय दिलाने की दिशा में कोशिश करता रहूंगा।”

पत्रकारों ने राहुल गांधी से पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले पर भी सवाल पूछा। इस पर कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं यहां इस मामले पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं कर सकता हूं। मैं यहां दलित युवक की हत्या के संबंध में आवाज उठाने आया हूं। ऐसे में किसी दूसरे विषय पर टिप्पणी नहीं करूंगा।

उल्लेखनीय है कि 11 अगस्त को दलित युवक अर्जुन पासी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। परिवार ने सात लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज करवाया है, लेकिन मुख्य आरोपी विशाल सिंह पुलिस की गिरफ्त से अभी तक दूर है।

–आईएएनएस

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