पेरिस ओलंपिक में हमने अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन में सुधार किया : रणधीर सिंह

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। पूर्व निशानेबाज और एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) के कार्यवाहक अध्यक्ष राजा रणधीर सिंह पेरिस ओलंपिक में भारतीय दल के प्रदर्शन से उत्साहित हैं, और उन्होंने कहा कि पिछले खेलों की तुलना में कम पदक जीतने के बावजूद खिलाड़ियों ने अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन में सुधार किया है।

कुल 117 भारतीय एथलीटों का दल पेरिस 2024 ओलंपिक में पदक और दमदार प्रदर्शन की तलाश में गया था, जो 26 जुलाई से 11 अगस्त तक आयोजित किया गया था।

कुल मिलाकर, भारत ने पेरिस 2024 ओलंपिक में छह पदक जीते (जिनमें एक रजत और पांच कांस्य शामिल था)

मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक में भारत के लिए पहला पदक जीता। उन्होंने कांस्य पदक जीता और ओलंपिक शूटिंग पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।

इसके बाद उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रच दिया।

स्वप्निल कुसाले ने निशानेबाजी में तीसरा पदक जीतकर ओलंपिक के किसी एक संस्करण में शूटिंग के नाम एक बड़ी सफलता दर्ज की।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस में कांस्य पदक के साथ टोक्यो 2020 की सफलता को बरकरार रखा, जबकि भाला फेंक में रजत पदक जीतने के बाद नीरज चोपड़ा सबसे सफल व्यक्तिगत ओलंपियन बन गए।

इसके बाद, अमन सहरावत भारत के सबसे युवा ओलंपिक पदक विजेता बने, जब उन्होंने कुश्ती में कांस्य पदक जीता।

रणधीर सिंह ने आईएएनएस से कहा, “हाल ही में हुए पेरिस ओलंपिक खेलों में भारत का प्रदर्शन पिछले ओलंपिक से बेहतर रहा। व्यक्तिगत प्रदर्शन भी पहले के मुकाबले बेहतर था। भले ही भारत टोक्यो खेलों की संख्या को पार नहीं कर पाया हो, लेकिन उसके प्रदर्शन में काफी सुधार हुआ है।”

भारत पेरिस 2024 ओलंपिक से खुशियों से ज़्यादा दुख लेकर लौटा। भारत छह संभावित पदकों से चूक गया, जिनमें से ज़्यादातर मामूली अंतर से चूक गए, क्योंकि एथलीट अपने-अपने इवेंट में चौथे स्थान पर रहे। इसमें लक्ष्य सेन, मीराबाई चानू और मनु भाकर शामिल हैं, जो खेलों में अपना तीसरा पदक जीत सकती थीं ।

ऐतिहासिक फाइनल से पहले विनेश फोगाट का अयोग्य घोषित होना भी भारत की मुश्किलों में इजाफा करता है।

सिंह ने कहा, ”कई एथलीट क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर गए, लेकिन हम पदक मैच के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए। कई खिलाड़ी चौथे स्थान पर रहे। कुल मिलाकर पुरुष हॉकी टीम ने लगातार दो पदक जीते और हमारे स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने फिर से देश के लिए रजत पदक जीता। इसलिए, हां, इस बार हमारा प्रदर्शन बेहतर रहा।”

-आईएएनएस

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