बोकारो, 13 सितंबर (आईएएनएस)। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को राज्य की 45 लाख से ज्यादा महिलाओं के बैंक खाते में मइयां सम्मान योजना की दूसरी किस्त के रूप में 322 करोड़ की राशि ट्रांसफर की। इस मौके पर बोकारो जिले के ललपनिया स्थित आदिवासियों के सबसे बड़े तीर्थस्थल लुगुबुरु घंटाबाड़ी में विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ।
महिलाओं से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि वह भाई के रूप में उनके हित में काम कर रहे हैं और उम्मीद है कि माताएं-बहनें उन्हें याद रखेंगी। मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे विरोधी नहीं चाहते कि मैं महिलाओं, बहन-बेटियों, गरीब-गुरबों, किसानों-मजदूरों, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों के लिए काम करूं। इसलिए 2019 में सरकार बनाने के साथ ही इसे गिराने की साजिशें शुरू हो गईं। लेकिन, जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है। हम हर वर्ग के लिए योजनाएं बनाकर उन्हें धरातल पर उतारने के प्रति कृतसंकल्प हैं।
सोरेन ने कहा कि हम गरीबों का बिजली बिल और किसानों का लोन माफ कर रहे हैं, लेकिन, केंद्र की सरकार पूंजीपतियों के लाखों-करोड़ों रुपए माफ कर रही है। उसे गरीबों का खयाल नहीं है। अगले दो-तीन महीनों में होने वाले चुनाव को देखते हुए पूरे राज्य में राजनीतिक गिद्ध मंडराने लगे हैं। कोई असम से आ रहा है तो कोई छत्तीसगढ़ से। अभी छोटे-छोटे गिद्ध आ रहे हैं। कुछ दिनों बाद बड़े-बड़े गिद्ध नजर आएंगे, जो जनता को झूठे आश्वासन परोसेंगे। कोई जाति तो कोई धर्म और और अगड़ा-पिछड़ा के नाम पर दिग्भ्रमित करेंगे। ऐसे गिद्धों से जनता को सावधान रहना होगा।
मईयां सम्मान योजना को लेकर झारखंड सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, योजना के तहत अब तक 48 लाख 15 हजार महिलाओं का निबंधन हुआ है। इनमें से 45 लाख 36 हजार 597 महिलाओं के बैंक खाते में हर माह की 15 तारीख तक एक-एक हजार रुपए ट्रांसफर किए जा रहे हैं। पहले यह योजना 21 से 50 वर्ष तक की महिलाओं के लिए था, लेकिन अब इसमें 18 से 20 वर्ष की महिलाएं भी जोड़ी जा रही हैं।
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