गुरुजन के प्रति सीएम योगी को विरासत में मिली श्रद्धा का दिखा अविस्मरणीय नजारा

गोरखपुर, 5 सितंबर (आईएएनएस)। शिक्षक दिवस पर गोरखपुर के बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित राज्य अध्यापक पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षकों के प्रति श्रद्धा में प्रोटोकॉल से परे एक ऐसा कदम उठाया कि सभी लोग हतप्रभ भी हुए और तालियां भी बजाने लगे।

दरअसल, अलीगढ़ जिले के प्राथमिक विद्यालय, सूरतगढ़ के प्रधानाध्यापक मूलचंद्र पैर में चोट लगे के कारण मंच पर नहीं आ सके। इसके बाद सीएम योगी खुद चोटिल शिक्षक के पास पहुंच गए और उन्हें सम्मानित किया। इसकी तस्वीर भी सामने आई है।

समारोह में मुख्यमंत्री ने 53 शिक्षकों को मंच पर सम्मानित किया। इसके बाद अलीगढ़ के प्राथमिक विद्यालय सूरतगढ़ (अतरौली ब्लॉक) के प्रधानाध्यापक मूलचंद्र के पैर में चोट लगी होने के कारण उन्हें सबसे अंत में मंच पर बुलाया जाना था। लेकिन, जैसे ही सीएम योगी की नजर शिक्षक मूलचंद्र के चोटिल पैर पर पड़ी, तो उन्होंने उनका सम्मान पत्र अपने हाथ में लिया और अचानक मंच से नीचे उतर गए।

मूलचंद्र के पास जाकर सीएम ने उन्हें सम्मान पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उनका कुशलक्षेम पूछा, शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सराहना की।

मुख्यमंत्री योगी की सहजता और सरलता को देख कार्यक्रम में मौजूद लोग तालियां बजाने से नहीं चूके। अपने स्थान पर ही सम्मानित होने वाले अलीगढ़ के शिक्षक मूलचंद्र के लिए तो यह सुखद पल आजीवन यादगार हो गया। उनकी चोट का संज्ञान लेकर उन्हें सीएम योगी ने जब उनके पास आकर पुरस्कार दिया तो वह काफी भावुक भी नजर आए।

पुरस्कृत हुए शिक्षक मूलचंद्र ने कार्यक्रम के बाद कहा कि आज वह खुद को बहुत भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि पुरस्कृत करने के लिए मुख्यमंत्री खुद उनके पास आ जाएंगे। इस क्षण को, मुख्यमंत्री की सहृदयता और सहजता को आजीवन नहीं भूल पाऊंगा। मेरे प्रति मुख्यमंत्री का यह भाव सभी शिक्षकों के प्रति श्रद्धा और सम्मान की शीर्ष भावना है।

–आईएएनएस

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