नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर दिल्ली के डॉक्टरों में गहरी नाराजगी है। आरएमएल अस्पताल में डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है, प्रदर्शन में शामिल डॉक्टर्स अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर अडिग हैं।
प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की सरकार से मांग है कि अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि महिला डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
प्रदर्शन में शामिल डॉक्टर अन्नपूर्णा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि हम लोगों का प्रदर्शन अभी जारी है। इस पूरे मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है। डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर हम लोगों का प्रदर्शन जारी रहेगा। 22 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी, इसके बाद हम आगे की रणनीति बनाएंगे। लेकिन, सवाल यह है कि डॉक्टर को अपने वर्कप्लेस पर सेफ्टी मिलेगी या नहीं।
उन्होंने कहा कि हम अपनी मांग पर अडिग हैं। हम हर रोज बैठक करके आगे की रणनीति तय करते हैं। सरकार शुरुआत से ही हम डॉक्टरों को काम पर वापस लौटने की बात कह रही है। हमें भी लगता है कि हमें प्रदर्शन को खत्म कर वापस काम पर आ जाना चाहिए। मरीजों के हित को देखते हुए हम लोगों ने अभी इमरजेंसी सेवा को बंद नहीं किया है।
उन्होंने आगे कहा कि टास्क फोर्स और कमेटी पहले भी बनती रही है। ऐसा पहले भी होता रहा है, हम लोगों को भरासा चाहिए कि इस बार भी कहीं ऐसा न हो की बस कमेटी बनकर रह जाए। टास्क फोर्स को लेकर हमारे पास फिलहाल जानकारी है कि उसमें सीनियर डॉक्टर को शामिल किया गया है। हमें इस बात का कोई आइडिया नहीं है कि टास्क फोर्स जब अस्तित्व में आएगी तो उसमें जूनियर डॉक्टरों की बात कितनी सुनी जाएगी।
बता दें कि बीते दिनों कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की महिला ट्रेनी डॉक्टर रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाई गई थी। वह अस्पताल में स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा थी और चेस्ट मेडिसिन विभाग में हाउस स्टाफ के रूप में भी काम कर रही थी। अस्पताल के कर्मचारियों ने अस्पताल की आपातकालीन बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर उनका शव देखा था। इस घटना के बाद डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है।
–आईएएनएस
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