देहरादून , 30 अगस्त (आईएएनएस)। बारिश के मौसम में डेंगू के मामले को लेकर देहरादून में स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। नगर निगम ने भी रोकथाम की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश कुमार ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेशभर में डेंगू के 12 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 10 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। एक मरीज अस्पताल में भर्ती है जिसका इलाज चल रहा है, जबकि एक मरीज को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि पिछले कई सालों की तुलना में इस बार अभी तक डेंगू के मामलों में काफी कमी देखने को मिल रही है। इसका कारण जनता में डेंगू के प्रति बढ़ती जागरूकता है। जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के बीच काफी अच्छा तालमेल रहा है। डेंगू की रोकथाम के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, उसी के तहत सोर्स रिडक्शन नीति बनाई गई है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश कुमार ने कहा कि बारिश का मौसम अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए आने वाले समय में भी हमें सतर्क रहने की जरूरत है। हम डेंगू के रोकथाम के लिए जो काम करते आ रहे हैं, उसे आगे भी निरंतर जारी रखेंगे।
गौरतलब है कि बारिश के मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसमें सबसे ज्यादा डेंगू का कहर देखने को मिलता है। डेंगू एक खतरनाक संक्रमण है, जो मच्छरों के काटने से इंसानों में फैलता है। अगर कोई व्यक्ति डेंगू से पीड़ित होता है तो, उसे तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, मसल्स और जॉइंट्स में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, उल्टी और स्किन पर रैशेज जैसी शिकायत होती है।
डेंगू के लक्षण नजर आते ही डॉक्टर पीड़ित व्यक्ति का ब्लड टेस्ट करके डेंगू का पता लगाते हैं। डेंगू को नजरअंदाज करने से शरीर में गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। हर साल सैकड़ों लोग डेंगू से पीड़ित होने की वजह से दम भी तोड़ देते हैं। इसलिए सही समय पर डेंगू का उचित इलाज कराना बेहद आवश्यक है।
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