अमेरिका के स्कूल में गोलीबारी में चार की मौत

वाशिंगटन, 5 सितंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के जॉर्जिया प्रांत के एक हाई स्कूल में बुधवार को हुई गोलीबारी में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि देश में मूर्खतापूर्ण बंदूक हिंसा समाज को तोड़ रही है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कथित शूटर को हिरासत में ले लिया गया है।

यह गोलीबारी स्थानीय समय के अनुसार, सुबह करीब 9:30 बजे जॉर्जिया के विंडर में अपालाची हाई स्कूल में हुई।

बैरो काउंटी के शेरिफ जुड स्मिथ ने एक समाचार सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, “आज आप हमारे पीछे जो देख रहे हैं, वह एक बुरी चीज है।” उन्होंने केवल इतना कहा कि “कई लोग घायल हुए हैं।”

राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह उन लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हैं, जिनकी जान बेहद मूर्खतापूर्ण बंदूक हिंसा के कारण चली गई।

राष्ट्रपति ने कहा, “विंडर, जॉर्जिया में जो खुशी का माहौल होना चाहिए था, वह अब एक और भयावह अनुस्मारक में बदल गया है कि कैसे बंदूक हिंसा हमारे समुदायों को अलग करती रहती है।”

उन्होंने कहा कि देश भर के छात्र पढ़ना और लिखना सीखने की बजाय झुकना और छिपना सीख रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश इसे सामान्य रूप से स्वीकार नहीं कर सकता।

राष्ट्रपति ने कहा, “हम संघीय, प्रांतीय और स्थानीय स्तर पर अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और उन पहले प्रतिक्रिया देने वालों के आभारी हैं जिन्होंने संदिग्ध को हिरासत में लिया तथा और लोगों की जान जाने से बचाया।”

उन्होंने कहा कि इस बंदूक हिंसा महामारी को समाप्त करना उनके लिए व्यक्तिगत है और इसीलिए उन्होंने दोनों दलों से समर्थन वाले सुरक्षित समुदाय अधिनियम पर हस्ताक्षर किए हैं।

उन्होंने कहा, “मैंने बंदूक हिंसा रोकथाम के लिए पहला व्हाइट हाउस कार्यालय भी स्थापित किया है, जिसकी देखरेख उपराष्ट्रपति हैरिस करती हैं। हमने महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन इस संकट के लिए और भी अधिक करने की आवश्यकता है।

अमेरिकी सरकार स्कूल की गोलीबारी के आंकड़े नहीं रखती है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2024 में 46 ऐसी गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं, जो 1999 के बाद से किसी भी वर्ष की तुलना में अधिक है – 1999 में कोलंबिन हाई स्कूल में गोलीबारी में 15 लोग मारे गए थे।

मीडिया रिपोर्ट्स में आगे दावा किया गया है कि 3,83,000 से अधिक छात्र स्कूलों में गोलीबारी के गवाह रहे हैं।

–आईएएनएस

एकेजे/