पूर्व पीएम राजीव गांधी की 80वीं जयंती पर पीएम मोदी, खरगे और राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली, 20 अगस्त (आईएएनएस)। देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 80वीं जयंती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने पूर्व पीएम राजीव गांधी की 80वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम राजीव गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा- “हमारे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।”

वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पूर्व पीएम राजीव गांधी को याद किया। उन्होंने कहा, “आज देश सद्भावना दिवस मना रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, भारत के महान सपूत थे। उन्होंने करोड़ों भारतीयों में आशा की किरण जगाई और अपने अभूतपूर्व योगदान से भारत को 21वीं सदी में पहुंचाया।”

उन्होंने आगे कहा, “मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी क्रांति, कम्प्यूटरीकरण कार्यक्रम, निरंतर शांति समझौते, महिला सशक्तिकरण, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और समावेशी शिक्षा पर जोर देने वाली नई शिक्षा नीति जैसे उनके कई सुखद कदम देश में परिवर्तनकारी बदलाव लाए। हम भारत रत्न राजीव गांधी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।”

इस बीच लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपने पिता की 80वीं जयंती पर नई दिल्ली स्थित वीर भूमि पहुंचे। यहां उन्होंने पिता राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एक तस्वीर एक्स पर पोस्ट कर पिता को याद किया। उन्होंने कहा, “एक करुणामय व्यक्तित्व, सौहार्द और सद्भावना के प्रतीक। पापा, आपकी सीख मेरी प्रेरणा है और भारत के लिए आपके सपने मेरे अपने, आपकी यादें साथ ले कर इन्हें पूरा करूंगा।”

कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “मैं पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हमसे बहुत जल्दी छिन जाने वाले वे एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिनके सुधारों ने भारत को 21वीं सदी के लिए तैयार किया। अपने एक कार्यकाल में उन्होंने इस बात का उदाहरण प्रस्तुत किया कि भारत को किस तरह से विभिन्न क्षेत्रों में संचालित किया जाना चाहिए, चाहे वह विदेश नीति हो, रक्षा हो, आर्थिक सुधार हो या लोकतंत्र को मजबूत करना हो। उनके मूल्य हमेशा हमारे कार्यों में हमारा मार्गदर्शन करेंगे और उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी।”

–आईएएनएस

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