बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने पिछले दिनों एक्स पर पोस्ट में लिखा था ”बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए। एक दो बार समझाने से अगर कोई नहीं समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना, ‘छोड़ दीजिए’। इसे लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि ये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष किया गया है। अब अशोक चौधरी ने इसपर स्पष्टीकरण दिया है।
गलत कह रहा है तो दिल पर लेना, छोड़ दीजिए
मंत्री अशोक चौधरी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा था, ”बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए। एक दो बार समझाने से अगर कोई नहीं समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना, ‘छोड़ दीजिए’। उन्होंने कहा, ”बच्चे बड़े होने पर वो खुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना, छोड़ दीजिए। गिने-चुने लोगों से अपने विचार मिलते हैं, अगर एक दो से नहीं मिलते तो उन्हें, छोड़ दीजिए। एक उम्र के बाद कोई आपको न पूछे या कोई पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है तो दिल पर लेना, छोड़ दीजिए।”
सुकून से रहना है तो उम्मीदें करना, छोड़ दीजिए
चौधरी ने पोस्ट में कहा, ”अपने हाथ कुछ नहीं, ये अनुभव आने पर भविष्य की चिंता करना, छोड़ दीजिए। अगर इच्छा और क्षमता में बहुत फर्क पड़ रहा है तो खुद से अपेक्षा करना, छोड़ दीजिए। हर किसी का पद, कद, मद, सब अलग है इसलिए तुलना करना, छोड़ दीजिए। बढ़ती उम्र में जीवन का आनंद लीजिए, रोज जमा खर्च की चिंता करना, छोड़ दीजिए। उम्मीदें होंगी तो सदमे भी बहुत होंगे, यदि सुकून से रहना है तो उम्मीदें करना, छोड़ दीजिए।”
अब चौधरी ने बताया पिता समान
मंत्री अशोक चौधरी ने अपनी कविता और उसपर हो रहे विवाद के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर मुलाकात की और एक अन्य पोस्ट में उनके साथ की एक तस्वीर साझा की। चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार उनके पिता समान हैं और वह उनके मानस पुत्र हैं।
पोस्ट को लेकर हुई थी काफी आलोचन
अशोक चौधरी के पहले के पोस्ट को लेकर काफी नेताओं ने उनकी आलोचना की थी। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने चौधरी की पोस्ट के बारे में कहा, ”नीतीश कुमार पर कौन निशाना साध सकता है। नीतीश कुमार जनता के दिल में बसते हैं। 19 साल से मुख्यमंत्री हैं फिर भी उनके खिलाफ किसी प्रकार का विरोध नहीं है। वो वैश्विक नेता हैं।” कुमार ने कहा, ”ऐसे में उनकी साख पर कौन सवाल उठा सकता है। यह तो असंभव है। नीतीश कुमार, जनता दल (यूनाइटेड) ही नहीं, बिहार के जनता की पहचान हैं। नीतीश कुमार का विकास गांव-गांव में दिखता है। इसलिए उनके व्यक्तित्व पर कोई सवाल खड़ा होगा तो छद्म भाषा का ही नहीं सीधे भाषा का भी जो लोग इस्तेमाल करेंगे, उन्हें जवाब सुनने के लिए तैयार रहना होगा।”
उपेंद्र कुशवाहा ने भी उठाए सवाल
चौधरी की टिप्पणी पर राजग में शामिल राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख और राज्यसभा सदस्य उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उनका ट्वीट बहुत ही आपत्तिजनक है । वह (नीतीश कुमार) गार्जियन हैं। उनके बारे में इस तरह की बात को कहीं से उचित नहीं कहा जा सकता है।” कुशवाहा ने कहा,” माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उम्र से क्या लेना देना है । नीतीश कुमार का योगदान इतना शानदार रहा है की इतिहास उनको हमेशा याद रखेगा। उनके बारे में उम्र का हवाला देते हुए कोई व्यक्ति इस तरह से तंज कसे यह बिल्कुल गैर मुनासिब, आपत्तिजनक और गलत है।” बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा, ”यह दर्शाता है कि वहां पर (जदयू के भीतर) विचारों का टकराव चल रहा है और उनकी टिप्पणी यह दर्शाती है कि कहीं ना कहीं वह अपने नेता के प्रति अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।”