डिजिटल हेल्थकेयर इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए सरकार ने शुरू किया एनएमआर पोर्टल

नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। डिजिटल हेल्थ केयर इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए सरकार ने शुक्रवार को राष्ट्रीय चिकित्सा रजिस्टर (एनएमआर) पोर्टल लॉन्च किया, जो देश के सभी एलोपैथिक (एमबीबीएस) पंजीकृत डॉक्टरों के लिए एक व्यापक और गतिशील डेटाबेस होगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा ने राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और प्रतापराव जाधव (वर्चुअली) की उपस्थिति में पोर्टल का उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन भारत को डिजिटल रूप से मजबूत बनाना है और यह तभी संभव है जब स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र भी डिजिटल रूप से मजबूत हो।

जे.पी. नड्डा ने कहा, “एनएमआर डॉक्टरों की आधार आईडी से जुड़ा हुआ है जो व्यक्ति की प्रामाणिकता सुनिश्चित करता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य रजिस्टर इस दिशा में एक बहुप्रतीक्षित कदम है जो डिजिटल स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगा और लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करेगा।”

पोर्टल पर पंजीकरण प्रक्रिया में निरंतर सुधार के साथ ऑनलाइन रजिस्टर को अपग्रेड और संवर्धित किया जाएगा।

राज्य चिकित्सा परिषदों (एसएमसी) की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सा रजिस्टर के विकास और रखरखाव तथा पंजीकरण प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने में एसएमसी प्रमुख हितधारक हैं।

उन्होंने एसएमसी से सक्रिय भागीदारी के लिए तथा पंजीकरण प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया, क्योंकि प्रमाणीकरण के लिए उनके प्रयास तथा प्रमाणीकरण की गति एनएमआर की सफलता में महत्वपूर्ण कारक होगी।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया, “हम पैरामेडिक्स और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए भी इसी तरह का रजिस्टर पोर्टल शुरू करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”

अनुप्रिया पटेल ने कहा, “डॉक्टरों के बारे में अब तक का डेटा बिखरा हुआ है, जिसमें संशोधन और अपडेशन की आवश्यकता है। एनएमआर पोर्टल इस जानकारी को सही तरीके से रखने में मदद करेगा। डॉक्टरों के लिए पंजीकरण करना आसान होगा, जिससे जानकारी सच्ची और सटीक रहेगी।”

एनएमआर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जाधव ने कहा कि एनएमआर पोर्टल देश में डॉक्टरों के बारे में गतिशील, प्रामाणिक डेटा सुनिश्चित करेगा।

जाधव ने कहा कि इससे चिकित्सा पेशेवरों की पारदर्शिता और गुणवत्ता बढ़ेगी और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में लोगों का विश्वास बनेगा, क्योंकि उन्हें पारदर्शी तरीके से सत्यापित जानकारी मिलेगी।

–आईएएनएस

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